*🌹अनमोल बात🌹*
*घर के बाहर दिमाग़ लेकर जायें,* *क्योंकि दुनिया एक बाज़ार है.*
*लेकिन घर के अंदर सिर्फ*
*दिल लेकर जायें*
*क्योंकि*
*वहाँ* *एक परिवार* *है!!*
*धन को एकत्रित करना सहज हैं ! लेकिन संस्कारों को एकत्रित करना कठिन हैं !*
*धन को तो लूटा जा सकता हैं*
*लेकिन*
*संस्कारों के लिए समर्पित*
*होना पड़ता है।*
*घर के बाहर दिमाग़ लेकर जायें,* *क्योंकि दुनिया एक बाज़ार है.*
*लेकिन घर के अंदर सिर्फ*
*दिल लेकर जायें*
*क्योंकि*
*वहाँ* *एक परिवार* *है!!*
*धन को एकत्रित करना सहज हैं ! लेकिन संस्कारों को एकत्रित करना कठिन हैं !*
*धन को तो लूटा जा सकता हैं*
*लेकिन*
*संस्कारों के लिए समर्पित*
*होना पड़ता है।*
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