हाँ मै शिक्षक हूं

.              हाँ मैं शिक्षक हूँ।
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हाँ मैं शिक्षक हूँ।
उन डाक्टरों के पीछे,
मैं ही था,
उन अर्थशास्त्रीयों के पीछे,
मैं ही था,
उन अंतरिक्ष विज्ञानिकों के पीछे,
मैं ही था।
ज्ञान का "प्रकाश" लेकर ।

भले ही वे मेरा मजाक उङाये।
क्योंकि मैं शिक्षक हूँ।
मेरे पास महंगा घर नही है,
पर हाँ मैं शिक्षक हूँ।

कभी-कभी मैं उलझ जाता हूँ,
मेरे अधिकारी और राजनेताओं की बदलती नीतियों में।
जो बताते है कि,
मुझे कैसे पढाना है ।
पर फिर भी मैं शिक्षक हूँ,
और पढा रहा हूँ।

जिस दिन वेतन मिलता है,
मैं औरों की तरह नहीं हँस पाता हूँ l
पर अगले दिन मुझे,
मुस्कुरा कर जाना होता है,
उनके लिये,
जिन्हे मैं पढाता हूँ।
क्योंकि मैं एक शिक्षक हूँ।

हाँ मैं शिक्षक हूँ।
मेरे संतोष का कारण है,
जब मैं देखता हूँ,
अपने छात्रों को आगे बढते हुए,
सफल होते हुए,
सब कुछ प्राप्त करते हुए,
दुनिया का मुकाबला करते हुए।
और तब मैं कहता हूँ,
गुगल के जमाने में भी,
मैंने पढाया है ।।

हाँ मैं शिक्षक हूँ।
कोई बात नहीं ,
वो मुझे किस नजर से देखते हैं,
कोई बात नहीं ,
वो मुझसे कितना ज्यादा कमाते है।
कोई बात नहीं ,
वो मेरी कितनी इज्जत करते हैं,
और मानते हैं ,

वो कारों में घूमते है,
मैं पैदल चलता हूँ,
क्योंकि मैं शिक्षक हूँ।।
हाँ मैं शिक्षक हूँ।।

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