बोध कथा (bodhakatha)
*वाट ही वेडी जराशी* *वाट ही वेडी जराशी* *तुझ्या प्रेमळ स्वप्नाशी* *भाव पुलकीत होई माझे* *संवेदनशील या जीवाचे.* 〰〰〰〰〰〰 *✍प्रमिला सेनकुडे (हदगाव) नांदेड.*
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