बोध कथा (bodhakatha)
चारोळी चमचमणार्या तारकांत अर्ध्या चंद्राचा साज नभातल्या काळोखात दिसतोय आज. 〰〰〰〰〰〰 ✍ प्रमिलाताई सेनकुडे (शिंदे) हदगाव जिल्हा नांदेड. 〰〰〰〰〰〰
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment